Friday, July 31, 2020

अंतरराष्ट्रीय हिंदू सेना के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक राजोरिया फैज खान को अयोध्या धाम में मिट्टी नहीं चढ़ाने देंगे फैज खान को रोकने के लिए अपनी टीम के साथ पहुंच रहे हैं अयोध्या धाम अगर फैज खान मिट्टी छुड़ाना चाहता है तो उसको हिंदू धर्म अपनाना पड़ेगा उसके बाद मिट्टी ले जा सकता है अन्यथा नहीं ले जा सकता अंतर्राष्ट्रीय हिंदू सेना उत्तर प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक राजोरिया

Sunday, July 26, 2020

धरती और आसमान की हुई मुलाकात से दिल गदगद है !यह ब्राम्हण समाज के लिए बहुत ही शुभ संदेश है! अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा (रा )के राष्ट्रीय अध्यक्ष यूपी रत्न पंडित राजेंद्र नाथ त्रिपाठी और चिरंजीवी भगवान परशुराम चेतना पीठ के अध्यक्ष पूर्व विधायक ब्राह्मण समाज के बाहुबली नेता श्री संतोष पांडे से हुई मुलाकात! दोनों  महा शक्तियों ने मिलकर के ब्राह्मण समाज के लिए एकता का जो यह संदेश दिया देखकर बहुत अच्छा लगा! बहुत-बहुत आप दोनों को धन्यवाद जय श्री परशुराम!

Saturday, July 25, 2020

कोरोना से बचाव के लिए सनातनी परम्पराओं को आत्मसात करे हिन्दू समाज - सन्तोष शर्मा

आगरा ब्यूरो । पाश्चात्य सभ्यता के समर्थकों ने सनातन संस्कृति और उसकी परंपराओं को सदैव हेय दृष्टि से देखा और आधुनिकता की चकाचौंध में पिछड़े पन की निशानी और गवारो की संस्कृति माना और समय समय पर उपहास उड़ाते रहे। जब कोरोना नामक महामारी ने वैश्विक स्तर पर पैर पसारे और मानव जीवन को निगलने का क्रम आरंभ किया तो पश्चात जगत को सनातन संस्कृति का महत्व ज्ञात हुआ और हाथ मिलाकर अभिवादन करने के स्थान पर नमस्कार करने की सदियों पुरानी परंपरा और मांसाहार के स्थान पर सनातनी शाकाहार परम्परा को वैश्विक स्तर पर आत्मसात करने की होड़ लग गई। और यह सनातनी प्राचीन परंपराएं ही कोरोना से बचाव और स्वस्थ रहने का एक मात्र विकल्प सिद्ध हुई। संपूर्ण विश्व आज सनातन संस्कृति और परंपराओं को आत्मसात करने पर विवश हुआ।  यह उद्गार भाजपा समर्थक मोर्चा के बृज क्षेत्र अध्यक्ष संतोष शर्मा ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि भारतीय जनमानस ने अपनी सनातनी परंपराओं को विस्मृत कर पाश्चात्य सभ्यता का अनुसरण किया होता तो भारत में कोरोना से एक भी व्यक्ति पीड़ित नहीं होता। सन्तोष शर्मा ने आश्चर्य प्रकट करते हुए कहा कि भारत में आज भी एसे नागरिकों की कमी नहीं है जो नमस्कार के स्थान पर हाथ मिलाकर अभिवादन करने की परंपरा का मोह त्याग नहींं  पाए है। और जाने अंजाने स्वयं और अपने आस पास के नागरिकों की जान जोखिम में डाल रहे हैं।  सन्तोष शर्मा ने कहा कि भाजपा समर्थक मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव माननीय रविन्द्र सिंह तोमर और उत्तर प्रदेश सदस्यता प्रभारी श्री सुनील शर्मा जी के निर्देशों पर उत्तर प्रदेश में नमस्कार की संस्कृति और शाकाहार की परंपरा को अपनाने के लिए प्रदेश के सभी नागरिकों को प्रेरित करने के लिए अभियान आरंभ किया जाएगा। इस अभियान की कमान युवा भाजपा नेता विजय सिकरवार और आकाश कुमार को सौपी है। सन्तोष शर्मा ने कहा कि यह अभियान संपूर्ण भारत वर्ष के लिए प्रेरणा सिद्ध होगा। और देश के अन्य राज्यों में भाजपा समर्थक मोर्चा इसी तरह का अभियान आरंभ कर देश और देशवासियों को कोरोना से मुक्त कराने में अपनी भूमिका से न्याय करेगा।

Wednesday, July 22, 2020

पांच अगस्त को अपने गौरवशाली पलों का साक्षी बने हिन्दू समाज : संतोष शर्मा

आगरा। भाजपा समर्थक मोर्चा के उत्तर प्रदेश सदस्यता प्रभारी श्री सुनील शर्मा जी ने हिन्दू समाज से अपील करते हुए कहा है कि पांच अगस्त रात्रि नौ बजे अपने घर, दुकान, आफिस, कार्यस्थल, फैक्ट्री, प्रतिष्ठानों में जहां तक हो सके ज्यादा से ज्यादा दीपकों को प्रज्वलित करें और खुद को गौरवान्वित महसूस करें। उन्होंने कहा है कि आप पांच सौ साल की सबसे भाग्यशाली पीढ़ी है। जोकि हिन्दू स्वाभिमान की पुनर्स्थापना देखने का गौरव प्राप्त हुआ है। यह जानकारी मोर्चा के बृज क्षेत्र अध्यक्ष संतोष शर्मा ने आज जारी बयान में दी।  ज़ारी बयान में संतोष शर्मा ने बताया कि - 5 अगस्त 2020 दिन बुधवार यह वह दिन होगा जिस दिन मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जन्म स्थान सरयू के तट अयोध्या की पावन भूमि पर भगवान श्री राम के भव्य राम मंदिर निर्माण का भूमिपूजन होगा। उन्होंने कहा कि हिन्दू समाज के आदर्श भगवान श्रीराम भव्य मंदिर में भव्य स्वरुप में पुनः रामराज्य की स्थापना करेंगे। उन्होंने हिन्दू समाज से अपील करते हुए कहा कि इस पवित्र दिन को दीप प्रज्वलित कर भारत ही नहीं बल्कि संपूर्ण विश्व को हिन्दू धर्म की शक्ति से परिचित करा दिया जाय

Monday, July 20, 2020

 त्रिदंडी स्वामी को संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष  एवं रवींद्र दुवेदी को हिंदू महासभा से आजीवन  निष्कासित

हिंदू महासभसिद्धांतों और विधि का करते थे अपमान । भारत निर्वाचन आयोग द्वारा संगठन के संचालन हेतु अधिनियम 1951 की मर्यादा और संबिधान द्वारा प्रदत्य शक्ति के आधार पर  बिंदु 3 के अनुच्छेद 4 एवं 6 के पालनार्थ सर्व सम्मति से चर्चा हेतु दिनांक 19 जुलाई को शाम 4 बजे से 7 बजे तक एवं दिनांक 20 जुलाई 2020 को सुबह 11 बजे से 2 बजे तक इसी दिन पुनः साम 4 बजे से 7 बजे तक, राष्ट्रीय कार्यसमिति,  प्रदेश कार्यसमिति बैठक एवं आम कार्यकर्ताओ की सभा ZooM - tec.  द्वारा सम्पन हुई जिसमे, अदभुत बाबा - कार्यकारी अध्यक्षडॉ सुनंदा दुवे राष्ट्रीय उपाध्यक्षबद्रीनाथ पटनायक- राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गोविंद गांधी -राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रतीक सरकार- राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवेंद्र पांडेय -राष्ट्रीय महामंत्री दिनेश सीताराम भोगले -राष्ट्रीय संगठन मंत्री राकेश तिवारी- राष्ट्रीय कोषध्यक्ष ज्ञान स्वामी - राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी - राष्ट्रीय प्रवक्ता हरेंद्र व्यास - राष्ट्रीय प्रवक्ता वीरभद्र रुढि - राष्ट्रीय प्रवक्ता नित्यनंद गाबले - राष्ट्रीय विधि परामर्श दाता पवन त्रिपाठी - राष्ट्रीय कार्यसमिति प्रमोद शर्मा - राष्ट्रीय कार्यसमिति विनायक त्रिपाठी - राष्ट्रीय कार्यसमिति वैभव राजपूत - राष्ट्रीय कार्यसमिति  गौरी प्रजापति -राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्यों सहित राष्ट्रीय कार्यसमिति के कुल 34 सदस्यों तथा निमनांकित 27 प्रदेशों के अध्यक्ष तथा महामंत्रियो सहित कई जुम्मेदारी पदाधिकारियो एवं हिन्दू महासभा के कार्यकर्ता आम सभा का सर्वमान्य निर्णय निम्नानुसार हुआ । बैठक मे सामिल प्रदेश  महारास्ट्रअनूप केणी - अध्यक्ष विलाश राव खन्वेलकर - महामंत्री आंध्रा प्रदेश जगताप रेड्डी - अध्यक्ष बिभू खेरा - महामंत्री तेलंगाना प्रदेश नाकुल पात्रा - अध्यक्ष जगन् बालू - महामंत्री तमिलनाडू प्रदेश करुणाधर् - अध्यक्ष भूतईभर - महामंत्री केरला प्रदेश सी जेस्ठा अध्यक्षनकुलम् पर्ती - महामंत्री बंगाल सुशांत पोद्दार - अध्यक्ष बी डी चक्रवर्तीे - महामंत्री मध्यप्रदेश दिनेश सुगांधी - अध्यक्ष डॉ भवर लाल चौधरी - महामंत्री सिक्किम पालू चम्लीन - अध्यक्ष पावन खोती- महामंत्री अरुणांचल प्रदेश शिंगप्राॅजिन - अध्यक्ष हिमांचल प्रदेश श्रीमती शकुन  डोगरा - अध्यक्ष रतन बाली - महामंत्री जम्मू कश्मीर धनराज शप्रू - अध्यक्ष सुधिराज खेर - महामंत्री राजस्थान मान्धाता सिंह खीची- अध्यक्ष श्रीमती रूपवति राणा- महामंत्री गुजरात नितिन पटेल - अध्यक्ष मिराज भट्ट - महामंत्री बिहार रणधीर राय - अध्यक्ष ददन सिंह - महामंत्री उत्तरा खण्ड राजेश्वर बिस्ट् - अध्यक्ष राजवीर जग्गा - महामंत्री आसाम मुरलीधर बत्रा - अध्यक्ष विजय गोयनका - महामंत्री हरियाणा कुलवंत सिंह गिल्-  अध्यक्ष रजनी कौर - महामंत्री पंजाब बलबिंदर सिंह - अध्यक्ष जोगेंदर् वीरमानी - महामंत्री झारखंड पुनीत पासवान - अध्यक्ष जोनिया मांझी - महामंत्री उडीसा प्रभु रंजन मोहंती - अध्यक्ष सुदेश पात्रा - महामंत्री अंडमान हरी पुरोहित - अध्यक्ष कोकिला रानी - महामंत्री दमंनदीव सतीश केन्थ - अध्यक्ष प्रांशु बलखंडे - महामंत्री छत्तीसगढ़ मुकेश जैसबाल - अध्यक्ष राजेश साहू - महामंत्री दादर नगर हवेली मधुराज पारेख - अध्यक्ष श्रीकांत जैन - महामंत्री दिल्ली जसवीर कक्कड़ - अध्यक्ष नवजोत पालीबाल  - महामंत्री गोवा कृति जय पाटिल - अध्यक्ष रवींद्र डोहर - महामंत्री कर्नाटक मणिरत्नम् बिरजे - अध्यक्ष वाई आर अत्रे - महामंत्री से विधि अनुरूप बिंदुबार चर्चा हेतु ZooM - tec. बैठक 19 एवं 20 जुलाई 2020 संपन्न हुई ।विदित हो की अनुशासन हीनता के कारण ही हिन्दू महासभा के तत्कालीन  अध्यक्ष श्यामा प्रसाद मुखर्जी को संगठन से  निष्कासित किया गया था अर्थात हिन्दू महासभा के सिद्धांतो, उसके विधि तथा हिन्दुत्व के प्रखर उद्देश्यों तथा संगठन की आत्मा स्वातंत्र वीर विनायक दामोदर सावरकर का अपमान करने बाला क्या हिन्दू महासभा का सदस्य भी रह सकता है सम्पूर्ण विश्व के हिंदुत्व की शायद एक ही आवाज़ होगी नही नहीं कदापि नहीं । कालनेमि संत भेष मे राक्षस था और बाल्मीकी जी लुटेरा के भेष मे संत अतः भेष भूषा नहीं आचरण पूजित होता है, मर्यादा, सिद्धांत और सत्यता पूजित होती है, व्यक्ति नहीं व्यक्तित्व पूजित होता है,षड्यंत्र नहीं  कर्म नीति और विधान पूजित होता है । बैठक के पूर्व हिंदू महासभा के राष्ट्रीय  अध्यक्ष आदरणीय त्रिदंडी स्वामी जी महाराज एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रवींद्र दुवेदी को राष्ट्रीय महासचिव एवं राष्ट्रीय संगठन मंत्री ने पत्र भेजकर उनकी मसा उन बिंदुओं मे जानने की कोशिश की गई जिनके आरोप उन पर सदैव ही लगते रहे है। जिसका कोई सार्थक जबाब आज दिनांक तक प्राप्त नही हुआ । त्रिदंडी स्वामी जी महाराज पर आरोप सिद्ध हुआ की उन्होंने हिंदू महासभा को बेचने की कोशिश लगातार की । उन्होंने नंदकिशोर बाबा से सबाद मे स्वीकारा की वो हिन्दू महासभा को बेचना चाहते है जिश हेतु उनकी कौशिक से बात होगई है नंदकिशोर जी ने त्रिदंडी स्वामी से कहा की कौशिक पैसे नही देगा तो त्रिदंडी स्वामी ने जोर देकर स्पष्ट कहां की पैसे के लेनदेन की बात पक्की हो चुकी है राजश्री चौधरी ने स्वीकारा की त्रिदंडी स्वामी ने चौधरी को पत्र देकर उन्हे राष्ट्रीय अध्यक्ष   स्वीकारा है जिसका खंडन त्रिदंडी स्वामी ने कभी नही किया । इस समर्थन पत्र को त्रिदंडी स्वामी ने निश्चय ही सौदे बाजी के आधार पर दिया होगा तभी इस आरोप का खंडन करने का साहस त्रिदंडी स्वामी नही कर पाए इसके पूर्व त्रिदंडी स्वामी ने निर्वाचन आयोग मे दिनेश चंद्र त्यागी को अध्यक्ष स्वीकारने का पत्र भी जमा किया था जिसका विरोध 2018 के चुनाव के समय हुआ था । रवींद्र दुवेदी जी ने सोसल मीडिया मे लिखा के कांग्रेश से हिंदू महासभा का सौदा करने हेतु त्रिदंडी स्वामी, पांडेय जी के घर गए जहा 5000 रु त्रिदंडी स्वामी जी ने पांडेय जी को दिया जिससे सिद्ध होता है की त्रिदंडी स्वामी हिंदू महासभा को बेचने कितना उताबले है, विचारणीय है की  हैदराबाद से सतना आना और सतना से बापस हैदराबाद जाना  लगभग 2400 किलो मीटर की यात्रा कर पांडेय जी को 5000 रु देने आये थे वो भी हिन्दू महासभा को बेचने के लिए स्पस्ट है झूठ और षड्यंत्रकारी त्रिदंडी स्वामी जी का हिंदू महासभा के प्रति स्नेह प्रदर्शित होता है। त्रिदंडी स्वामी किसी भी गंभीर चर्चा पर 13 सितंबर 2020 की बैठक में निर्णय की बात करते हैं जब की संगठन की मर्यादा के विपरीत कुछ भी करते है । हिंदू महासभा के विधि पूर्वक संगठन विस्तार की चर्चा के परिणाम ये हुए की संगठन के राष्ट्रीय संगठन मंत्री को बिना उनका पक्ष सुने ही पदसे हटाने की सर्वजनिक घोषणा कर उनकी छवि धूमिल करने की कोशिश की ।  दिनांक 19 जुलाई को त्रिदंडी स्वामी जी ने हिंदू महासभा के राष्ट्रीय महासचिव देवेंद्र पांडेय जी के निस्कासन की खवर सोसल मीडिया मे डाली जिनके उपर किसी प्रकार का कोई स प्रमान् आरोप सिद्ध नही किया ना ही उनको इस प्रकार की कोई जानकारी ही दी गई ना ही उनका कोई पक्ष ही सुना गया अर्थात अपने स्वयं के ऊपर लगे उन आरोपों को जो सोसल मीडिया मे प्रचारित है उनपर पर्दा डालने की मसा बस हिन्दू महासभा की मर्यादा और सम्मानित् कार्यकर्ताओं को साजिशन बदनाम कर हिन्दू महासभा को बेचने की स्वतंत्रता हेतु षड्यंत्र रच रहे है । संगठन विरोधी त्रिदंडी जी एवं रवींद्र जी ने ऐसा भ्रामक प्रचार तब किया जब पूर्व निर्धारित ZooM.Tec . बैठक की घोषणा हो चुकी थी अपने षड्यंत्रो पर चर्चा से घबराये त्रिदंडी स्वामी जी ने ये प्रपंच रचा दिनांक 20 जुलाई को त्रिदंडी स्वामी जी एवं रवींद्र जी द्वारा अपनी विक्रत मानसिकता का परिचय देते हुए मध्य प्रदेश के निर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष के निस्काशन का प्रपोगंडा किया जिससे स्पष्ट होता है कि षड्यंत्र करी त्रिदंडी स्वामी एवं रवींद्र जी को संगठन सम्पति की सुपारी मिली है जिसके तहत ये हिंदू महासभा के विनाश हेतु सतत् प्रयाशरत् है । हिंदू महासभा के विधि पूर्वक संगठन विस्तार का विरोध करते हुए त्रिदंडी स्वामी ने संगठन के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अद्भुत बाबा से दो लाख रु मांगे पैसे ना देने पर अद्भुत बाबा को एवं दो लाख रु ना देने पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बद्रीनाथ पटनायक को , पाच् लाख रु ना देने पर राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राकेश तिवारी को संगठन से हटाने का षड्यंत्र करने बाले त्रिदंडी स्वामी ने संगठन के प्रखर वक्ता, राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्म ज्ञानानंद को मात्र इसलिए संगठन से हटाने का षड्यंत्र किया क्यो की ज्ञान स्वामी की प्रखर नीति एवं शास्त्र सम्मत बक्तव्य को सारा राष्ट्र सुनना चाहता है जब की त्रिदंडी स्वामी के भाषणो मे भाषा शैली और विषय का अभाव रहता है अपनी इसी कमी को छुपाने के लिए ज्ञान स्वामी के खिलाफ षड्यंत्र किया जाता रहा, प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी को जिन्हे देश का बड़ा मीडिया डिवेट मे समय देता है और त्रिदंडी स्वामी को कोई न्यूज़ पोर्टल भी महत्व नही देता इसी डिप्रेशन के कारण शिशिर के खिलाफ षड्यंत्र रचा जाने लगा , बिना किसी कारण के ही  संगठन से निस्कासित करने का प्रयाश शुरू किया जाने लगा । हिंदू महासभा के विधि अनुरूप संगठन मे प्रांतीय चुनावो का विरोध और फर्जी नियुक्तिया सिर्फ अपने स्वार्थो हेतु करने के कारण संगठन को अस्तित्व विहीन बनाने का षड्यंत्र सिद्ध हुआ देवेंद्र पांडेय 3 दिवश के लिए 2 साथियो सहित त्रिदंडी स्वामी के यहां हैदराबाद रुके थे स्वामी जी के यहां खाई गई रोटिया जिसका पैसा शायद ना मिलने के कारण ही त्रिदंडी स्वामी ने ये चर्चा शुरू की उन्होंने लोगो से कहा की हमने पांडेय जी एवं उनके दो साथियो को खाना खिलाया पैसे लेकर भक्तो को तीर्थ टुर् कराने वाले त्रिदंडी स्वामी जी महाराज भूलगये की उनके यात्रियों को देवेन्द्र पांडेय ने सतना रेल्वे स्टेशन मे कई बार नास्ता विस्कुट् चाय का ट्रीट दिया है ,जिसका पैसा उनसे कभी नही मांगा फिर किसी को घर मे रोटी खिलाने की चर्चा से त्रिदंडी स्वामी जी महाराज कितना उदार है यह सिद्ध होता है। दिल्ली के होटल मे त्रिदंडी स्वामी के साथ जरूर दो दिन देवेंद्र जी रुके उसका कारण पत्र में साफ लिखा है पांडेय जी के रुकने के कारण ही हिंदू महासभा का सौदा त्रिदंडी जी किसी nri से कर रहे थे जो नही कर सकेे ये बात भी पांडेय जी के पत्र मे स्पष्ट उल्लिखित है। रवींद्र , हैदराबाद, उज्जैन, अयोध्या सहित हिन्दू महासभा के सभी कार्यक्रमो मे शराब पीकर हंगामा मचाते है, ये उनका निजी नहीं संगठन की मर्यादा का मामला है। यह त्रिदंडी स्वामी रवींद्र और उनके शराबप्रेमी टीम के लिए गर्व की बात हो सकती है लेकिन संगठन हित मे कदापि नहीं है । रवींद्र जी द्वारा सावरकर जी को गौ मांस खाने वालो का समर्थक सोसल मीडिया मे निरूपित किया जाता है ये क्रांतिवीरो का अपमान है जिस पर संत स्वरूप त्रिदंडी स्वामी जी द्वारा कोई कार्यबाही नहीं होना विचारणीय है । दूसरे दलों की दलाली करने वालो के दम पर संगठन की मर्यादा उसके सिद्धान्त और विधि से खेलने का काम त्रिदंडी स्वामी एवं रवींद्र जी ने किया ।विधि संगत प्रदेश संगठन के विस्तार की चर्चा पर त्रिदंडी स्वामी जी को गुस्सा आजाता है ये चिंतन की बात है, हमेशा संगठन विस्तार को बाधित करने बाले त्रिदंडी स्वामी जी ने जब संगठन विस्तार के निवेदन को लगातार अस्वीकार किया तो लिखित पत्राचार शुरू किया गया जिसके परिणाम फर्जी नियुक्तिया शुरू हुई जब की संगठन की सूची लगातार पूछने और मांगने पर ये मौन रहे जिससे इनके षड्यंत्र की पुष्टि होती हैं की संगठन इनकी गुलामी हेतु हैं हिंदुत्व के उद्देश्यों की पूर्ति हेतु नहीं हैं। देवेन्द्र पांडेय द्वारा राम जन्मभूमि घोटाले को उजागर करने पर त्रिदंडी स्वामी जी को बहुत कष्ट हुआ, ये बात उन्होंने कई लोगो से कही जब की इस आरोप पर सफाई पत्र स्वर्गीय अशोक सिंघल द्वारा देने मे विश्व हिन्दू को कष्ट नही हुआ, विदित हो की प्रवीण तोगडिया हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओ को  तोड़ कर जब अपनी पार्टी मे मिला रहेथे तो त्रिदंडी स्वामी, रवींद्र दुवेदी चुप थे परन्तु पाण्डेय जी चुप नही रहे जिस कारण तोगडिया को अपना तीन दिन का कार्यक्रम छोड़ कर उज्जैन से भागना पड़ा था । इसके प्रमाण उज्जैन के सभी समाचार पत्र और स्थानीय कार्यकर्ता है, प्रवीण तोगड़िया आज किसी भी हिन्दू महासभा के कार्यकर्ता को अपने संगठन मे जोड़ने से बचते हैं शायद इस बात से त्रिदंडी स्वामी जी महाराज को भारी कष्ट है । कुछ विद्वान जनो ने कहा की पांडेय जी इनको उनको संगठन मे जोड़ने की बात कह रहेथे, तो देवेंद्र जी ने हिजड़ो को भी संगठन से चुनाव लड़बाया है । और किन्नर महमंडलेश्वरो को हिन्दू महासभा से जोड़ने के सार्थक प्रयाश किये है । ज्ञात हो की जब निर्वाचन आयोग मे त्रिदंडी स्वामी ग्रुप का ab फार्म स्वीकार हो रहा है ऐसी हालत मे  तेलंगाना और दिल्ली प्रदेश ने हिंदू महासभा से चुनाव मे प्रत्यासी खड़े ना करना ये सिद्ध करता है की यहां हिंदू महासभा के अस्तित्व का सौदा दूसरी पार्टियो से किया जाता है । सोसल मीडिया मे त्रिदंडी स्वामी जी एवं रवींद्र जी के ऊपर जिन आरोपों की चर्चा है बह  स्वयमेव सिद्ध हो चुके है उनका जवाब ना देते हुए दुनिया भर की बकबास जिसके कोई प्रमाण इनके द्वारा आज दिन तक नहीं दिया गया । अर्थात सिद्ध होता है की ये हिंदू महासभा को विधि और सिद्धांत आधारित नही बल्कि षड्यंत्रो के आधीन संचालित कर रहे है । देवेंद्र पांडेय, दिनेश  सीताराम भोगले, दिनेश सुगांधी जी की बेदाग़ छवि को धूमिल करने गिनती के 5-6 लोगो को नियुक्त किया जिनकी संगठन मे छवि पहले से ही खराव है । ज्ञात हो की जो भी फर्जी नियुक्तिया या मनमानी किसी की नियुक्ति जो की त्रिदंडी स्वामी जी द्वारा एवं रवींद्र जी द्वारा की जा रही है उनकी सत्यता सिर्फ ये है की ऐसा कोई व्यक्ति इनके साथ किसी भी निर्णय मे सामिल नही है तभी इनकी कोई भी कार्यावाही खुद के निर्णय पर प्रदर्शित होती है सर्व सम्मति कही कभी देखने को नही मिलती अर्थात ये हिंदू महासभा को अपनी बसीयत समझते है जो संगठन की नीति सिद्धान्त के विपरीत तो है ही निर्वाचन आयोग के उस नियम का उलंघन है जिसकी शर्त पर संगठन का पंजीयन है । जैसा की कार्यवाही के प्रथम पैरा मे स्पष्ट किया गया है  । अतः सर्व सम्मति के निर्णय पर ही - उपरोक्त समस्त आरोपों को आधार मानते हुए त्रिदंडी स्वामी जी महाराज को एवं रवींद्र दुवेदी की अखिल भारत हिन्दू महासभा मे प्राथमिक सदस्यता समाप्त कर हिंदू महासभा से जीवन पर्यंत के लिए निष्कासित किया जाता है । हिंदू महासभा इन्हे संगठन का सदस्य रहने लायक भी नही समझती । हिंदू महासभा के विधि एवं सिद्धांतो की मर्यादा को तार तार करने बाले ऐसे षड्यंत्र कारियो को कभी भी किसी हिन्दूवादी संगठन की सदस्यता कोई भी संगठन ना दे इस बात की सार्वजनिक अपील की गई है । हिन्दू महासभा संस्कारी लोगो का संगठन है जहा शराबियो और षडयंत्र कारियो के लिए कोई स्थान नहीं है। हम हिन्दू महासभा के विधि का सम्मान करते और सिद्धांतो का पालन करते है ।  दोनो दोषी महानुभावो को लगातार गलती सुधारने का मौका दिया गया जिसे सुधारने की जगह इन दोनो ने उदण्डता पूर्वक हिंदू महासभा को नष्ट भ्रष्ट करने का काम तेज कर दिया देवेंद्र जी के जिन पत्रो की बात ये करते है उन्हे उजागर करने की हिम्मत ये नही जुटा पाए। उन पत्रों के किसी भी प्रश्न का जवाब देने की हिम्मत इन्होंने नही जुटाई, अतः हिंदू महासभा के अस्तित्व के रक्षार्थ ये निर्णय  दिनांक 19 जुलाई एवं 20/ जुलाई /2020 के बैठक का सर्वमान्य निर्णय है जो आज से मान्य होगा । हिन्दू महासभा का  राष्ट्रीय अध्यक्ष रत्नदेव शूरी अद्भुत बाबा उदयपुर को निर्विरोध निर्वाचित किया गया है*  रवींद्र दुवेदी के रिक्त पद पर पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पी  सी शर्मा को चुना गया है । विधि पूर्वक संगठन विस्तार हमारी प्राथमिकता है, हिंदू महासभा के सिद्धांतो की अनदेखी और हिन्दू महासभा के आदर्श पुरुषो का अपमान किसी भी कीमत मे स्वीकार नही, वर्दास्त नही । देशभक्त हिंदू महासभा के सम्पूर्ण कार्यकर्ताओ से बिनम्र अनुरोध है की किसी भ्रम का शिकार ना हो । जल्दी ही 1 सितंबर को विधि अनुरूप कार्यकाल समाप्त होने के कारण राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया शुरू होगी सर्व सम्मति के आधार पर अधिवेशन , एवं बैठक हैदराबाद मे संपन्न होगा । उससे पहले एक प्रतिनिधि मण्डल भारत के प्रमुख संतो से भेट मुलाकात कर धर्म आधारित राजनीति और राष्ट्र नीति पर चर्चा करेगा । संपूर्ण विश्व मे प्रथम प्रकांड पूज्यनीय शंकराचार्य निश्चला नंद सरस्वती गोवर्धन मठ। प्रकांड ज्ञानी परम पूज्यनीय चिन्ना जियर स्वामी हैदराबाद। विद्या भास्कर महाराज जी, संत प्रमोद दास षठ्दर्शन संत समाज के राष्ट्रीय महामंत्री । जगतगुरू राम बल्लभाचर्य। अच्चुतानंद जगतगुरू जूना अखाड़ा।निर्विकारानंद जी महाराज, अनेकों विद्वान्, महामंडलेश्वरो सहित देश के प्रमुख संतो से भेट कर धर्म की रक्षा हेतु चर्चा करेगा । हिन्दू महासभा धर्म, संस्कृति, एवं संत परंपरा के रक्षार्थ हमेशा ही कार्यरत् रही है आगे भी इस परंपरा का निर्बाह करेगी ।  हिन्दू महासभा का उद्देश्य सिर्फ राजनीति भर नही वल्कि स्वस्थ धर्म युक्त राजनीति की पैरोकार है इस हेतु सार्थक प्रयाश जरूरी है । हैदराबाद मे आयोजन का आशय यह भी है की त्रिदंडी स्वामी जी महाराज बार बार कहते है की उनके प्रदेश का मुख्यमंत्री शराबी है तो मुख्य मंत्री जी अपनी छवि सुधारे इस का ज्ञापन मुख्य मंत्री को सौंपा जाएगा त्रिदंडी स्वामी जी द्वारा तेलंगाना के मुख्यमंत्री को बार बार शराबी कहने का आसय अपने शराबी साथियो के कर्मो पर पर्दा डालने का है जिस हेतु मुख्यमंत्री को शराबी नही महा शराबी जो दिन भर शराब पीता है ऐसा निरूपित किया । हिंदू महासभा के पतन को रोकने और विधि पूर्वक संचालन हेतु ,  जब जरूरत समझे अपने शंका समाधान हेतु हिन्दू महासभा की विधि, नीति, सिद्धांतो और संगठन के वीर सपूतो का अध्ययन और स्मरण करे । विधि संगत जानकारी प्राप्त करने हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय संगठन मंत्री दिनेश सीताराम भोगले जी से सम्बाद करे, शंका समाधान का अधिकार सभी को है ।  संगठन की गरिमा के साथ खिलबाड़ किसी के लिए छम्य नही है । छमा करना नही,छमा मांगना नहींसादर जय हिन्दू राष्ट्र जारी सूचना धर्म ज्ञानानंद सरस्वती शिशिर चतुर्वेदी,राष्ट्रीय प्रवक्ता हिंदू महासभा

Saturday, July 18, 2020

पत्रकारों पर हो रहे हमलों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा--विपिन अग्रवाल

आगरा ब्यूरो|देश में दिन-प्रतिदिन प्रतिदिन की खबर हर रोज सामने आ रही है पत्रकार सच को सामने लाने के लिए दिन रात मेहनत करता है जनता की आवाज को सरकार तक पहुंचाता है आज वह समय आ गया है खबर प्रकाशित करता है उस पत्रकार की कलम को हमेशा के लिए रोक दिया जाता है इन हालातों को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी ने एक बड़ा फैसला लिया है की मीडिया कर्मियों से अभद्रता हरगिज बर्दाश्त नहीं करेगी उत्तर प्रदेश सरकार, पुलिस प्रशासन  उत्तर प्रदेश सरकार का सख्त आदेश मीडिया कर्मी पुलिस को बोल सकते हैं कि हम मीडिया से हैं सख्त आदेश देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा है उत्तर प्रदेश पुलिस मीडिया कर्मियों का हमेशा ख्याल रखो व शांतिपूर्वक उनके साथ व्यवहार करो मीडिया वाले अपनी जान जोखिम में डालकर अपडेट देते हैं उसके लिए बहुत-बहुत बधाई एवं धन्यवाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की तरफ से, साथ ही विपिन अग्रवाल जी ने अखबार के माध्यम से मुख्यमंत्री जी को बधाइयां दी साथ ही कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार पत्रकारों के हक एवं अधिकार के लिए कार्य कर रही है बात करें हम उत्तर प्रदेश के पत्रकारों की तो वह कहीं ना कहीं किसी के दबाव में आकर बैठ जाते हैं क्योंकि सभी को डर लगता है सभी के बीबी एंड बच्चे होते हैं हमारे कितने पत्रकार भाइयों ने सच्चाई दिखाई आज क्या हुआ उनको झूठे मुकदमों में फसा दिया गया कहीं ना कहीं देखा जाए तो काफी संगठन ऐसे हैं जिन्होंमे एकता जैसी कोई बात नहीं दिखती,हम पत्रकार भाइयों की ताकत है जब देश में किसी पत्रकार के साथ कोई वारदात हो जाए तो सभी एक हो जाएं और पत्रकार को न्याय दिलाये, पत्रकार एसोसिएशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के आदेशानुसार जो मुझे जिम्मेदारी मिली है एवं पद मिला है इस जिम्मेदारी को बखूबी से निभाऊंगा पत्रकार एसोसिएशन ऑफ इंडिया पत्रकार भाइयों पर अत्याचार नहीं सहेगा सरकार से भी की मांग करेगा फिर भी मुख्यमंत्री जी पत्रकार के हक के लिए सुरक्षा प्रदान कर रहें हैं फिर भी कुछ बातों को पत्रकार एसोसिएशन ऑफ इंडिया मुख्यमंत्री जी के बीच रखेंगा जिससे पत्रकार स्वतंत्र होकर पत्रकारिता कर सके, मेरे सभी पत्रकार साथियों हमारी एकता जी हमारी ताकत है